आदिवासी समाज ने महारानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को श्रद्धा के साथ मनाया, राजधानी भोपाल में उनकी मूर्ति स्थापित करने की मांग सरकार से की

विगत दिनों आदिवासी राज रक्षक महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया इस अवसर पर राजधानी भोपाल में भी उन्नति शील आदिवासी युवा महासभा कल्याण समिति मध्य प्रदेश और अखिल राजकोट द्वारा भी महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया इस अवसर पर उन्नति शील आदिवासी युवा महासभा कल्याण समिति के संस्थापक और संरक्षक श्री आर के ईनावती सूर्या ने बताया कि महारानी दुर्गावती का संघर्ष आदिवासी समाज के लिए एक यादगार और सम्मान पूर्वक है आदिवासी समाज उनकी राज रक्षक के रूप में उन्हें आदिवासी समाज के संघर्ष का की देवी मानते हैं इसीलिए आदिवासी समाज को चाहिए कि वह आदिवासियों की एकता और रक्षा के लिए संघर्षरत रहे तथा देश में हो रहे आदिवासियों के साथ अन्याय और अत्याचार के खिलाफ हमेशा एकजुट होकर खड़े रहे वही अखिल राजकोट के अध्यक्ष श्री नील करण राज ठाकुर ने बताया कि महारानी दुर्गावती का बलिदान कभी भी जाया नहीं जाएगा आदिवासी समाज की रक्षा के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया है वह हमें भूलना नहीं चाहिए और उनके संघर्ष को प्रतीक के रूप में आगे बढ़ाना चाहिए आदिवासी समाज को एकजुट होकर अपने समाज के उत्थान और कल्याण के लिए हमेशा एकजुट होकर तैयार रहना चाहिए। इस अवसर पर उन्नति शील आदिवासी युवा महासभा कल्याण समिति के पदाधिकारी भी उपस्थित थे जिनमें प्रमुख रूप से भोपाल जिला अध्यक्ष अमित उईके, प्रिया धुर्वे अंजलि मरावी, ईशमिता मरावी, रजनी धुर्वे, सुनील काकोरिया ,लोकेश उईके उमेश बरटे आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री आरके ईनावाती और श्री नील करण राज ठाकुर ने सरकार से मांग की कि राजधानी भोपाल में जो महारानी दुर्गावती की मूर्ति का मामला चल रहा है उसे गंभीरता से संज्ञान में लेकर आदिवासी समाज की राज रक्षक महारानी दुर्गावती के बलिदान को याद करते हुए त्वरित उनकी मूर्ति की स्थापना करवाएं।


Comments

Popular posts from this blog

रेत ट्रक ओनर्स एसोसिएशन अनिश्चितकालीन हड़ताल

राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त श्रीमती कलाबाई श्याम आनंद ने अपने नाम के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की, कला और कलाकार और कृतित्व को नाम के अनुरूप स्थापित किया

भारतीय संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को याद किया और समाज सुधार न्याय व्यवस्था को उनकी देन बताया