मिडिल क्लास की समस्याएं lock डाउन में सरकार संज्ञान में ले, वही कोरोना संक्रमित मरीज ठीक कैसे हो रहे हैं एक सवाल, डॉ पीके पटेरिया पुनः बने रजिस्ट्रार
- *मान्यवर प्रधानमंत्रीजी एवं राज्यों के सभी मुख्यमंत्री जी* ,
पहले आपने*
21-March से 14- April *तक सभी राज्यों के लाँकडाउन की घोषणा की और सभी से* ऑफिस, दुकान, कारखाने बन्द रखने का आग्रह किया।ओर फिर से पूरे भारत में 15-April से 3-May तक लाँकडाउन बढ़ा दिया है, और उसके बाद 17 मई ओर इसके बाद भी अभी कोरोना वायरस की महामारी के चलते जिस प्रकार से कोरोना संक्रमित के आँकड़े दिन पे दिन भारत देश में बढ़ते जा रहे है इन हालातों को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है की यह लाँकडाउन इतनी जल्दी नहीं समाप्त होगा
*मान्यवर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आप भारतवासियों के मन में आपने एक जगह बनाई है भारतवासियों के मन में आपने एक विश्वास की डोर जगाई है इसे आप टूटने मत दीजियेगा*
**मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस लाँकडाउन के चलते आपने सभी उद्योगपत्तियों के लोन माफ किये*
*मान्यवर प्रधानमंत्री जी हम मिडिल क्लास वालो की क्या गलती है जिनको इस कोरोना की महामारी के लाँकडाउन में किसी भी तरह का लाभ नहीं मिलता। क्या गलती है हमारी की हम पूरा दिन मेहनत करके अपना जो पैसा कमाते है* *उससे*
(1)घर का खच॔ (2)बच्चों की स्कूल फीस (3) बच्चों की ट्यूशन फीस (4)घर का लाइट बिल (5) बैंक का ब्याज (6) मकान की EMI किश्त (7)मकान का किराया (8)मकान की प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स (9) बच्चों की स्कूल वेन की फीस (10)गाड़ी के लाइसेंस ओर इंश्योरेंस का खच॔ (11) परिवार के इंश्योरेंस का खच॔ (12) बच्चों के स्कूल की काँपी ओर किताब का खच॔ (13)ओर अन्य फुटकर खच॔
*मिडिल क्लास वालो के लिए सरकार की तरफ से कोई भी लाभ नहीं मिलता ऐसा क्यों हम क्या इंसान नहीं है*
*मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस कोरोना की महामारी के चलते लाँकडाउन में सबसे ज्यादा मिडिल क्लास वालो को फक॔ पड़ा है क्योंकि हमारे तो सभी खच॔ चालू है लाँकडाउन के चलते बैंक से जिन्होंने भी लोन या कज॔ लिया है लाँकडाउन के चलते उनकी सिर्फ किश्तों को आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन ब्याज माफ नहीं कर रहे हैं ओर लाँकडाउन के चलते जब तक किश्त बढेगी तब तक बैंक ब्याज के उपर ब्याज वसूलेगी*
*अब सवाल ये उठता है कि मिडिल क्लास वालो का गुजारा कैसे होगा क्योंकि दुकान खुली हो या बन्द हो उनके तो सभी खच॔ चालू है*
*मान्यवर प्रधानमंत्री जी से हम सभी मिडिल क्लास वाले अपील करते हैं की जो हमारे उपर बैंक का ब्याज, बच्चों की स्कूल फीस, घर ओर दुकान का लाइट बिल, प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स, ये सभी खच॔ 6- महीने के लिए माफ किये जायें*
*हमें 17 मई या उससे अधिक समय तक भी घर में रहकर सहयोग करने में भी कोई आपत्ति नहीं, यदि सरकार यह बोझ हटा दे। सरकार समझौता करें हम आपके आभारी रहेंगे*
*जिस प्रकार आप किसानों को अकाल में ब्याज से मुक्ति देते हैं, यह समय हम मिडिल क्लास लिए भी अकाल ही है।*
*कृपया इसे तब तक शेयर करें, जब तक यह प्रधानमंत्री, सभी मुख्यमंत्रियों, वित्त मंत्री व वित्त सचिव तक नहीं पहुँच जाता।*
मुझे कोरोना की आङ मे बङे गंदे खेल की बदबू आ रही है।
जिस कोरोना की दवा है नही, वैक्सीन है नही और मरीज मे लक्ष्णो का पता नही चल रहा है तो फिर टैस्ट कैसे कर रहे है ?
जब टेस्ट नही हो रहे फिर मरीजो की संख्या किस आधार पर बढ रही है कया कोई सुनियोजित साजिश रची है कि जो बीमार लोग आते जाये उसे कोरोना पाजिटिव बताते जाओ ?
मरीज ठीक भी होते जा रहे है और मरीज मर भी रहे है। इतनी खतरनाक बीमारी न किसी मुख्यमंत्री तक पहुंची न उनके मंत्री तक। आखिर क्या मानक बनाया है कोरोना मरीज मापने का ?
क्या देश मे मार्च के पहले रोज 20-25 हजार लोग मरते नही थे स्वास्थय विभाग के आकङे उठाकर देखिए प्रतिदिन मरने वालों की संख्या 25000 से अधिक है और अब सिर्फ 100 लोग प्रतिदिन मर रहे है।
सरकार जनता को मूर्ख बना रही है कोरोना का भय दिखाकर घरों मे बंद कर किसी बङे खेल को अंजाम देने की तैयारी है।
जनता को बेरोजगार करके आत्म निर्भर बनने के छोङ दिया और खुद एसी मे मौज काट रहे है। ...........*डॉ. पीके पटैरिया ने पुन: संभाला यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार का कार्यभार*
*छतरपुर।* महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. पुष्पेन्द्र पटैरिया ने उच्च न्यायालय के आदेश पर आज विश्वविद्यालय में पुन: ज्वाइन कर लिया है।
जानकारी के अनुसार आदेश क्रमांक एफ-1723/23/20/17/38 19.2.20 को उच्च शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा डॉ. पुष्पेन्द्र पटैरिया को जोधपुर यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री एवं कुटरचित दस्तावेज से शासन से वित्तीय लाभ के आरोप लगाकर उन्हें निलंबित कर दिया था। इस आदेश के विरूद्ध कुलसचिव डॉ. पीके पटैरिया मप्र उच्च न्यायालय जबलपुर में 4934/2020 रिट याचिका दायर की थी। उस मामले में दिनांक 15.5.2020 को न्यायाधीश संजय द्विवेदी ने सुनवाई करते हुए उक्त आरोपों को दरकिनार करते हुए श्री पटैरिया को स्थगन आदेश दिया है। जिसके परिपालन में आज शुक्रवार को कुलसचिव डॉ. पीके पटैरिया ने विश्वविद्यालय के कुलपति टीआर थापक को अपना कार्यभार ग्रहण करने का आवेदन देकर पदभार ग्रहण किया तथा उच्च अधिकारियों को आदेश की प्रतिलिपि प्रेषित की। श्री पटैरिया के कुलसचिव पद पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए उनके इष्टमित्रों क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक डॉ. एलएल कोरी, महाराजा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीपी शुक्ला, प्राध्यापकों डॉ.आरसी पाठक, जगत सिंह परिहार, विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव अनिल सिरौठिया, डॉ. सीएम शुक्ला सुशील दुबे, राजेन्द्र तिवारी गुरू, पंकज त्रिपाठी, सौरभ शुक्ला, पंकज मोदी, प्रदीप जैन, दिनेश पाठक, अनुराग महतों, राघवेन्द्र सिंह बुन्देला ने बधाई दी है।
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