भारतीय जनता पार्टी मंत्रिमंडल विस्तार और विधानसभा चुनाव को लेकर बगावत का बिगुल, मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए उतावले विधायकों के खिलाफ जनता और नेताओं का आक्रोश, भाजपा के पूर्व विधायक कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल?


  1. मध्य प्रदेश की राजनीति में आने वाला भूचाल क्या करने वाला है यह बहुत ही सोचने और समझने वाला विचार है ! 3 माह पहले हुए राजनीतिक भूचाल के उपरांत कांग्रेश की कमलनाथ सरकार जहां गिर गई थी वहीं अब भारतीय जनता पार्टी के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी के अंदर मंत्री बनने की कवायद को लेकर भूचाल सा मचा हुआ है! मीडिया चर्चाओं के अनुसार पहले विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल के खिलाफ क्षेत्र के नेताओं और लोगों ने जहां विरोध शुरू किया वहीं अब भोपाल के 2 वधायकों के खिलाफ भी विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा के खिलाफ सिंधी सेंट्रल पचायत ने बिगुल फूंक दिया है उल्लेखनीय है कि विगत विधानसभा चुनाव के दौरान श्री रामेश्वर शर्मा ने सिंधी समाज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थी जिससे सिंधी समाज बुरी तरह से नाराज है सिंधी सेंट्रल पचायत ने एक पत्र जारी कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग की है कि मंत्रिमंडल विस्तार में हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा को शामिल न किया जाए वही नरेला क्षेत्र के विधायक विश्वास सारंग के खिलाफ भी मीडिया में जो उस समाचार और चर्चा चल रही है उन पर आरोप लग रहे हैं कि वह अपने पिछले कार्यकाल में जुआ सट्टा और दादागिरी का माहौल क्षेत्र में बनाए हुए थे उन्होंने मंत्री बनने के बाद भी अपनी कार्यशैली को नहीं बदला और आज भी उसी पर कायम है जिससे क्षेत्र का विकास तो दूर होने की बात है वहीं क्षेत्र में जुआ सट्टा और दादागिरी फिर से शुरू होगी ऐसा क्षेत्र के लोगों का और नेताओं का मानना है अब देखना यह है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी क्या कदम उठाते हैं और निर्णय लेते हैं यह समय के गर्त में है वहीं दूसरी ओर कांग्रेश छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए सिंधिया गुट के 22 विधायकों को चुनाव लड़ाने की कवायद भी भारतीय जनता पार्टी जहां कर रही है क्योंकि आगामी समय में 24 खाली विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है सिंधिया गुट के 22 विधायकों को चुनाव लड़ने की भारतीय जनता पार्टी करने जा रही है जिससे भी भारतीय जनता पार्टी के अंदर होना सुनिश्चित है ताजा खबरों के मुताबिक पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक कांग्रेस के संपर्क में है ऐसा कांग्रेस संगठन का कहना है छह पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल होने की स्थिति में है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा ऐसा कांग्रेस संगठन के नेताओं का कहना है लाजमी है कि जो 22 विधायकों सीटों पर चुनाव होंगे उनमें जो क्षेत्र के नेता हैं उनका भविष्य अगर सिंधिया के गुटके 22 विधायकों को टिकट दे दिए जाते हैं तो अधर में लटक जाता है जिससे बगावत बिगुल को सुनिश्चित माना जा रहा है !अब देखना यह है कि भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस समस्या से कैसे खुद को और पार्टी को कैसे निकाल पाते हैं? यह भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है।


Comments

Popular posts from this blog

रेत ट्रक ओनर्स एसोसिएशन अनिश्चितकालीन हड़ताल

राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त श्रीमती कलाबाई श्याम आनंद ने अपने नाम के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की, कला और कलाकार और कृतित्व को नाम के अनुरूप स्थापित किया

भारतीय संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को याद किया और समाज सुधार न्याय व्यवस्था को उनकी देन बताया