अतिथि शिक्षको की समस्याओं का पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया समर्थ
आज भोपाल में अतिथि शिक्षकों के सत्याग्रह का 57 वा दिन है अपनी नियमितीकरण की मांग वचनपत्र के अनुसार पूरी करवाने के लिए पूरी ठंड खुले मैदान में गुजार चुके अतिथि शिक्षकों को महाराज जयोतिरादित्य सिंधिया ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थन के बाद उम्मीद जागी है कि जल्द शासन उनको बुलाकर चर्चा करेगा और नियमितीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी।
संघटन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार ने कहा कि हम राजनीतिक बयान ओर सरकार की चालो को नही समझते ,हम तो सिर्फ अपनी पेट की लड़ाई लड़ रहे है अब 2 माह से सबकुछ छोड़ एक ही आस से मैदान में बैठे है कि जल्द मांग पूरी होगी और 2 वक्त की रोटी हम भी परिवार को दे पाएंगे।
संगठन के बरिष्ठ सदस्य नवीन शर्मा ने आज कहा कि आज अतिथि शिक्षकों का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है सिंधिया जी के बयान को लेकर मध्य्प्रदेश का हर मंत्री सिंधिया जी को घेर चुका है मुख्यमंत्री कमलनाथ जी खुद कह चुके है कि सिंधिया जी चाहे तो उतर जाए में साशन से यह कहना चाहता हु की सिंधिया जी ने जिन गरीब अतिथि शिक्षकों के मांग उठाई है उनकी मागे पूरी करके समस्त चर्चा को विराम दे ताकि सरकार पर हमारा ओर महाराज सिंधिया जी का भी विश्वास बना रहे।
संगठन के प्रदेश प्रवक्ता जगदीश शास्त्री ने कहा की पूर्व मुख्यमंत्री जी के समर्थन में उतरे उसके बाद शिक्षक कांग्रेस के रामेश्वर निखरा ने फ़ोन पर अतिथि शिक्षकों की विश्वास दिलाया कि जल्द आपकी मांग पूरी होगी,रामेश्वर निखरा जी दिग्विजय सिंह के खास व्यक्ति माने जाते है।
संघठन के संरक्षक pd खेरवार ने बताया कि मुद्दा अब बड़ा बन चुका है अतिथि शिक्षक कल 18 फरवरी से बड़ी संख्या में भोपाल आ रहा है निश्चित सरकार संज्ञान लेगी ओर कमलनाथ जी अब खुद आकर हमारी मांग पूरी करेंगे।
आज ग़ैरमान्यता प्राप्त कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के 18 संघटनो ने सत्याग्रह स्थल पहुच कर अतिथि शिक्षकों को समर्थन दिया और कहा कि जरूरत पड़ने पर हम भी आपके साथ सड़को पर होंगे। सत्याग्रह स्थल पर विशेष उपस्थिति निम्न अतिथि शिक्षकों की रही-अजय तिवारी, राजेश दुबे, फहीम खान, अनीता हरचंदानी, अनवार कुरैशी, चंदा वी, प्रीती आदि की रही।
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