मध्यप्रदेश में शिक्षकों और संविदा कर्मी के आंदोलन धरना प्रदर्शन केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के कर्मियों द्वारा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों धरना प्रदर्शनों की बाढ़ सी आ रही है जहां सी ए ए और एनआरसी पर बवाल मचा हुआ है वहीं अतिथि विद्वान और अतिथि शिक्षक सहित किसान मित्र एवं किसान दीदी आत्मा परियोजना के द्वारा धरना प्रदर्शन आंदोलन किए जा रहे हैं पिछले 55 दिनों से जहां अतिथि विद्वान शाहजनी पार्क में धरना दिए हुए हैं वही अतिथि शिक्षक भी लगभग 40 दिनों से धरने पर बैठे हैं दूसरी ओर मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके अतिथि शिक्षक भी धरने पर बैठ गए हैं बताया जाता है कि इनके द्वारा एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम और संबंधित विभाग को सौंपा गया है जिसमें उनकी प्रमुख मांगे उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक शिक्षकों के समस्त विषयों के रिक्त पदों में वृद्धि कर स्थाई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की जाए  असंगत पदों का वितरण मैं संशोधन किया जाए आदिम जाति के रिक्त पद आने हैं उसमें इस तरह असंगत पदों का वितरण ना हो उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक  विषयों के रेट अधिक संख्या में खाली हैं इन्हें जल्द भरा जाए ऐसी कई मांगे हैं जिनको लेकर मध्यप्रदेश के अतिथि विद्वान और अतिथि शिक्षक सहित आत्मा योजना के कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं बताया जाता है कि इनकी समस्याओं को लेकर कांगरे सरकार बनने से पहले अपने वचन पत्र में वादा किया गया था कि उनको कोई असुविधा नहीं होगी और उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा लेकिन देखने में आ रहा है कि शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग सहित कृषि विभाग के इन कर्मचारियों की समस्याएं हल होने का नाम नहीं ले रही है वही संविदा कर्मियों की भर्ती को लेकर भी कई समस्याएं प्रदेश में व्याप्त है जिन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए और इंसानों के द्वारा आयोजित किया जा रहा धरना प्रदर्शनों से राजधानी भोपाल मैं जाम की बहुत स्थिति बनी रहती है अब देखना यह है कि सरकार और आंदोलनकारियों के बीच इस समस्या का समाधान कैसे होता है।


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