केंद्र सरकार की आत्मा योजना के 27000 किसान मित्र एवं किसान दीदी केंद्र और राज्य सरकार के बीच में फंसे

भोपाल में स्थानीय नीलम पार्क में धरना दे रहे किसान मित्र एवं किसान दीदी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजराज दंडोतिया ने बताया कि केंद्र सरकार की आत्मा परियोजना के तहत कृषि विभाग की सबसे निचली कड़ी के रूप में मध्यप्रदेश में लगभग 27000 भाई-बहन कार्य कर रहे हैं शासन की योजनाओं को दोनों राजस्व गांव में किसानों तक पहुंचाया जहां जा रहा है वहीं उन्हें  क्रियान्वयन करवाते हैं इसके बदले में महज ₹8000 वार्षिक यानी ₹16 43 पैसे प्रति दिन मिलता है जिसका भुगतान भी टुकड़ों में अभी दो बार किया जाता है फसल बीमा को किसान कर्ज माफी मिट्टी परीक्षण पशुपालन मत्स्य पालन बीज उपचार जैविक खेती आदि योजनाओं की जानकारी किसानों को हम देते हैं लेकिन वर्तमान सरकार ने हम 27000 भाई बहनों के साथ विश्वासघात किया है किसान मित्र एवं किसान दीदी की मेहनत से ही अभी तक मध्य प्रदेश की सरकार को 6 बार कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा जा चुका है लेकिन हमारी ओर न केंद्र सरकार  और ना प्रदेश सरकार द्वारा ध्यान अभी तक  दीया जा रहा है श्री दंडोतिया ने बताया कि हम 27000 किसान मित्र व  किसान दीदी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से मांग है कि हमें यथावत रखा जाए या किसान बंधु योजना में प्राथमिकता दी जाए नहीं तो 27000 किसान मित्र किसान दीदी को भूखे मरने की नौबत आ जाएगी वही पंचायत से लगने वाला प्रस्ताव बंद किया जाए और प्रतिमाह हमें  मानदेय दिया जावे। यदि मध्य प्रदेश सरकार हम लोगों की मांग पूरी नहीं करती है तो भविष्य में हम जिला स्तर सहित राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जता एंगे क्योंकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच में हम लोग पूछ रहे हैं हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं है जबकि सरकारें बेरोजगार और रोजगार ओं के लिए ढिंढोरा पीट रही हैं हमारे परिवार जीवन सुरक्षा को लेकर परेशान हैं सरकार को संवेदनशीलता के साथ हमारी ओर ध्यान देना चाहिए।


Comments

Popular posts from this blog

रेत ट्रक ओनर्स एसोसिएशन अनिश्चितकालीन हड़ताल

राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त श्रीमती कलाबाई श्याम आनंद ने अपने नाम के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की, कला और कलाकार और कृतित्व को नाम के अनुरूप स्थापित किया

भारतीय संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को याद किया और समाज सुधार न्याय व्यवस्था को उनकी देन बताया