गांधी है तो भारत है डॉक्टर ब्रह्मदीप अलूने की किताब का लोकार्पण गांधी भवन में
भोपाल स्थानीय गांधी भवन में डॉ ब्रह्मदेव अलूने की लिखी किताब गांधी है तो का लोकार्पण मध्य प्रदेश केे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा किया गया इस अवसर पर श्री दिग्विजय सिंह नेे कहा की गांधी जी संपूर्ण व्यक्तित्व के धनी थे गांधीजी महानायक एवं वर्सेटाइल थे उनकी हर विषय पर पकड़ बेहतरीन अर्थशास्त्री समाज सेवक धर्मनिरपेक्ष एवं समन्वयक थे उन्होंने चंपारण के लगभग 150 किसानों को जो नील की खेती मेें हो रहे शोषण के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया जिस पर ब्रितानिया गवर्नमेंट को सोचना पड़ा ऐसे ही गांधीजी ने गुजरात में नमक पर टैक्स लगाने पर अपना विरोध दांडी मार्च यात्रा निकालकर किया जिसमें उन्हें जनता का समर्थन मिला नमक आंदोलन ने उनको एक नई पहचान दी इसके बाद जब अंग्रेजो के खिलाफ बढ़ा़ माहौ फिर उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की और हमारा देश आजाद हुआ वही कांग्रेसी नेता कुणाल चौधरी ने कहा कि गांधी है तो भारत है नहीं वरन गांधी है तो विश्व है मेरी ऐसी धारणा है इस अवसर पर किताब के लेखक डॉ ब्रह्मदीप ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित सभी का आभार व्यक्त किया इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की धर्मपत्नी सहित कई गांधीवादी लेखक विचारक कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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