आदिवासी नेता टंट्या भील का 178 वा जन्म उत्सव कार्यक्रम इंदौर में मना महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश आदिवासी कल्याण पर करेंगे काम

आदिवासी कल्याण के लिए मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र एक साथ करेंगे काम इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों की समस्याओं को लेकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र संयुक्त रूप से एक कार्य योजना पर कार्य करने जा रहा है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एनसीपी  प्रमुख श्री शरद पवार के बीच विशेष मंत्रणा हुई इसमें आदिवासियों के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए दोनों के बीच सहमति बनी इसके तहत दोनों राज्य शिक्षा रोजगार और कृषि क्षेत्र पर कार्य करेंगे इंदौर में आयोजित सर्व आदिवासी समाज संगठन विरसा  ब्रिगेड और आदिवासी संवैधानिक अधिकार परिषद  ने  किया था  श्री कमलनाथ ने कहा कि टंट्या भील के 178 वे जन्म उत्सव पर आदिवासी सम्मेलन में दोनों नेताओं ने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलकर टंट्या भील की प्रतिमा संसद में  लगाएंगे श्री पवार ने कहा कि सतपुड़ा से सहयाद्री तक आदिवासियों के विकास के लिए मध्य प्रदेश और हम महाराष्ट्र  एक साथ काम करेंगे इस आदिवासी सम्मेलन में जिन प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी उनमें टंट्या भील के जन्मदिवस पर उनकी जीवनी और विचारों का प्रकाशन सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को आधार मानकर संयुक्त राष्ट्र में आदिवासियों को मूल निवास के अधिकार की मान्यता दिलाना पांचवी अनुसूची के तहत आदिवासी ग्राम सभा को शासकीय मान्यता और सामाजिक शैक्षणिक सांस्कृतिक व आर्थिक सुरक्षा के लिए अधिनियम निर्माण कराना आदिवासियों को वनवासी कहने पर रोक लगवाना उनका धर्म परिवर्तन रोकना और जिला स्तर पर सामाजिक विकास के लिए 20 एकड़ जमीन देना और मजदूर  भूमिहीन आदिवासियों के लिए विशेष प्रकार की योजना तैयार कर आना प्रमुख रहेंगे वही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आदिवासियों को चुप रहने की वजह बोलना सीखना चाहिए तभी उन्हें उनके अधिकार प्राप्त हो सकते हैं हमने 1 साल में इनके विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं और कैबिनेट में निर्णय लिए जो धरातल पर आना शुरू हो गए हैं।


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