अतिथि विद्धवान 19 दिन एवं अतिथि शिक्षक 4 दिन से भविष्य सुरक्षा को लेकर धारने पर
विधान सभा चुनाव पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा वचनपत्र में समिलित वादे माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ जी द्वारा किये गए वादे 3 माह के भीतर गुरु जी की तरह स्थाई करने नियमित करने के वादे को पूरा कराने कड़कड़ाती ठंड में दूसरे दिन शहजानीपार्क भोपाल में सत्याग्रह में डटे अतिथि शिक्षक प्रदेश भर के हजारों अतिथिशिक्षक कमलनाथ सरकार द्वारा किये वादे को पूरा कराने अतिथिशिक्षक पुनः आंदोलन की राह पर सरकार के हाल ही में जारी एक सर्वे के अनुसार सरकारी स्कूलों में नियमित शिक्षकों से बेहतर कार्य करते हैं बेहतर परिणाम भी आये हैं मध्यप्रदेश के ग्रामीण सरकारी स्कूल लगभग अतिथिशिक्षको के भरोसे चल रहे हैं ग्रामीण स्कूल शिक्षक बिहीन या एकल शिक्षक वाले उनमें अतिथिशिक्षक ही शिक्षा ब्यवस्था सम्हाले हुए हैं प्रदेश में लगभग 30472स्कूल है जिनमे अतिथिशिक्षक कार्यरत हैं पूर्व में लगभग 1 लाख अतिथिशिक्षक कार्य रत थे वर्तमान में लगभग 70,000 कार्यरत है वर्ग 1 में 22155 अतिथि शिक्षक वर्ग 2 में लगभग 30576 अतिथि शिक्षक वर्ग 3 में लगभग 20135 अतिथि शिक्षकवर्ग में अतिथि शिक्षको को मानदेय 90रु पीरियड मासिक लगभग 7 हजार से 9 हजार तक वर्ग 2 में 75रु पीरियड मासिक लगभग 4500 से 7 हजार वर्ग 3 में 50रु पीरियड मासिक लगभग 3500 से 5000 तक अतिथि शिक्षको को राष्ट्रीय त्योहारों जैसे 26 जनवरी, 15 अगस्त, 12 जनवरी तक का बेतन नही मिलता छुट्टियों का बेतन नही न ही कोई अवकाश मिलता है, गम्भीर बीमारी या तबियत खराब होने पर स्कूल नही जा पाने से सेवा से पृथक कर दिया जाता है ,अतिथि शिक्षको की बहुत ही दयनीय दशा है लगभग 12 वर्षों से शोषित है पूर्व सरकार में भी संघर्स रत थे किंतु वादे के पक्के कहे जाने वाले माननीय कमलनाथ जी 18 नवम्बर को घोषणा की थी कि हमारी सरकार बनते अतिथिशिक्षको को पक्का करेंगे ,इस बात की गारंटी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने गारंटी ली थी ,पी शी शर्मा जी ने कहा था कांग्रेस का वादा पत्थर की लकीर है किसी भी अतिथिशिक्षक को हटाया नही जाएगा अतिथि शिक्षको का भविष्य सुरक्षित नही होने से उनके परिवार बच्चों की जिंदगी भी प्रभावित है अतिथि शिक्षको स्थाई करने में कोई परेशानी नही है सरकार को क्योंकि अतिथिशिक्षक जिस बेतन में कार्यरत है उसी बेतन में कार्य करने को तैयार है सिर्फ सरकार स्थाई नीति बना दे। हर वर्ष अति थिशिक्ष को को हटाया न जाये उनका पद सुरक्षित किया जाए वचनपत्र अनुसार अतिथि शिक्षको की विभागीय परीक्षा लेकर नियमित किया जाए अतिथि शिक्षको के सत्याग्रह के आवाहन करता अतिथि शिक्षक समन्वय समिति संस्थापक पी डी खैरवार जी व प्रदेश अध्यक्ष सुनील परिहार जी ने कहा है कि नियमित निराकरण होने तक लिखित आदेश राजपत्र में प्रकाशित न होने तक सत्याग्रह जारी रहेगा । मध्यप्रदेश के सभी जिलों से लगातार अतिथि शिक्षक भोपाल पहुँच रहे !
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